Home सदविचार जनता की उपेक्षा जनता की उपेक्षा Author - personप्रवीण त्रिवेदी Monday, October 13, 20080 minute read 1 share सर्वसाधारण जनता की उपेक्षा एक बड़ा राष्ट्रीय अपराध है।स्वामी विवेकानंद Tags उपेक्षाजनतासदविचार Facebook Twitter Whatsapp Newerएक एतिहासिक पत्र शिक्षक के नाम Olderमेहनत से दरिद्रता दूर
सही बात।
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