कवि और महाकवि

0
यह सच है कि कवि सौंदर्य को देखता है। जो केवल बाहरी सौंदर्य को देखता है वह कवि है, पर जो मनुष्य के मन के सौंदर्य का वर्णन करता है वह महाकवि है।
रामनरेश त्रिपाठी

Post a Comment

0Comments
Post a Comment (0)